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प्रश्न- अभ्यास : प्रश्नोत्तर
पाठ से:
1. महादेवी वर्मा को अपना निश्चय क्यों बदलना पड़ा?
उत्तर- 1. जब लेखिका के एक परिचित स्वर्गीय डॉ० धीरेन्द्रनाथ वसु की पोती सुस्मिता ने उससे प्रेमपूर्वक आग्रह किया कि उस हिरण को पालने के लिए उसके पास विस्तृत स्थान नहीं है, तो लेखिका को अपना निश्चय बदलना पड़ा। उसके दिल में जानवरों के प्रति अथाह करुणा थी, जिसने उसे अपना निश्चय बदलने पर मजबूर कर दिया।
2. सोना के दिनभर के कार्यकलाप को अपनी भाषा में लिखिए ?
2. सोना के दिनभर का कार्यकलाप निश्चित-सा था। दूध पीकर और भीगे चने खाकर वह कुछ देर तक स्कूल के कंपाउंड में चारों पैरों को संतुलित कर चौकड़ी भरती, फिर वह छात्रावास के भीतर जाकर प्रत्येक कमरे का भीतर-बाहर निरीक्षण करती। मेस में उसके पहुँचते ही छात्राएँ ही नहीं, नौकर-चाकर तक दौड़े आते और सभी उसे कुछ-न-कुछ खिलाने को उतावले रहते, परंतु उसे बिस्कुट को छोड़कर अन्य खाद्य पदार्थ कम पसंद थे।
छात्रावास का जागरण और जलपान का समय खत्म होने के बाद वह घास के मैदान में कभी दूब चरती, और कभी उस पर लोटती रहती। लेखिका के भोजन के समय का उसे पता चल जाता। वह उसके पास आकर कच्ची सब्जी ही खाती। चावल, रोटी उसे प्रिय न थे। घंटी बजते ही वह फिर प्रार्थना के मैदान में पहुँच जाती और उसके समाप्त होने पर छात्रावास के समान ही कक्षाओं की भीतर-बाहर चक्कर लगाना शुरू कर देती ।
3. सोना को छोटे बच्चे क्यों अच्छे लगते थे ?
छोटे बच्चे सोना के साथ खूब घुल-मिल कर खेला करते, उसे खाने को बिस्कुट देते। इसीलिए सोना को छोटे बच्चे अच्छे लगते थे जो निश्छल प्रेम करना जानते थे।
4.
भाव स्पष्ट कीजिए:
(क) जब मृत्यु अपवित्र और असुंदर है, तब उसे बाँटते घूमना क्यों अपवित्र और असुंदर कार्य नहीं है।
जब लोग मौत को अच्छा नहीं मानते तो फिर वह निरीह जानवरों की हत्या क्यों करते-फिरते हैं। क्यों उन्हें दूसरे जीवों का शिकार करना अच्छा लगता है।
(ख) पशु, मनुष्य के निश्छल स्नेह से परिचित रहते हैं, उसकी ऊँची नीची सामाजिक स्थितियों से नहीं।
(ख) पशु अमीर-गरीब का भेद नहीं करते वे बस अपने प्रति निश्छल प्रेम करने वालों से प्रेम करते हैं।